Hindi Sahitya

हर साल भारत में सभी विद्यालयों, अकादमियों और विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा से जुड़े डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर आदि से संबंधित विभिन्न सरकारी व गैर-सरकारी परीक्षाएँ संचालित की जाती हैं। इन सभी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को हमेशा बीते हुए वर्षों के प्रश्नपत्रों की आवश्यकता रहती है। जिसके माध्यम से उन्हें पूछे जाने वाली परीक्षा का डिफिकल्टी लेवल और प्रश्नों के प्रकार व पैटर्न आदि के बारे में पता चलता है। जिसकी साहयता से अभियार्थी अपने प्रश्न पत्र को क्रैक करने में सफल हो पाता है। हमने यहाँ आपके लिए हिंदी से जुडी सभी परीक्षाओं के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को एकत्र करने का प्रयास किया है। जो आपको आपके आगामी सेमेस्टर/वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद करेंगे। साथ ही आपके पास भी यदि हिंदी की किसी परीक्षा से जुड़े किसी भी वर्ष के प्रश्न पत्र हों तो आप हमें hello@hindistack.com पर मेल कर सकते हो।

Aadi kaal hindistack

आदिकाल

हमने आदिकाल (Aadikal) के वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर, MCQ, Quiz और Polls उन अभियार्थियों के लिए शेयर कर रहे हैं जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे TGT Hindi, PGT Hindi, UGC NET Hindi, JRF Hindi, Hindi Assistant Professor, Hindi Entrance Exam, Hindi Phd Entrance, SSC, Railway, UPSC, State PSC आदि की तैयारी कर रहे हैं।

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सिद्ध साहित्य

हर साल भारत में सभी विद्यालयों, अकादमियों और विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा से जुड़े डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर आदि से संबंधित विभिन्न

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नाथ साहित्य

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रासो साहित्य

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जैन साहित्य

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Bhaktikaal hindistack

भक्तिकाल

साहित्य दृष्टि से भक्ति काल का समय 3075 विक्रम संवत से लेकर 1700 विक्रम संवत के मध्य तक माना जाता है। भक्ति आंदोलन हिंदी साहित्य  ही नहीं अपितु भारतीय साहित्य एवं भारतीय जनमानस का एक महत्वपूर्ण आंदोलन है।

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संत साहित्य

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राम काव्यधारा

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सूफ़ी साहित्य

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कृष्ण काव्यधारा

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Ritikaal hindistack

रीतिकाल

रीतिकालीन काव्य की रचना सामंती परिवेश और छत्रछाया में हुई है इसलिए इसमें वे सारी विशेषताएँ पाई जाती हैं जो किसी भी सामंती और दरबारी साहित्य में हो सकती हैं।

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रीति बद्ध साहित्य

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रीति सिद्ध साहित्य

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रीति मुक्त साहित्य

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भारतेंदु हरिश्चंद्र का जीवन परिचय | भारतेंदु हरिश्चंद्र का व्यक्तित्व एवं कृतित्व

आधुनिक काल

आधुनिक हिंदी साहित्य का आरंभ 19वीं शताब्दी के आरंभ से माना जाता है। हिंदी साहित्य के इतिहास में रीतिकाल के बाद चतुर्थ काल आधुनिक काल का आता है। इसका आरंभ 1850 के आसपास से माना जाता है। यह सन भारतेंदु हरिश्चंद्र जी का जन्म काल है। आधुनिक हिंदी साहित्य का आरंभ 19वीं शताब्दी के आरंभ से माना जाता है। हिंदी साहित्य के इतिहास में रीतिकाल के बाद चतुर्थ काल आधुनिक काल का आता है। इसका आरंभ 1850 के आसपास से माना जाता है। यह सन भारतेंदु हरिश्चंद्र जी का जन्म काल है।

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भारतेंदु युग

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द्विवेदी युग

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छायावाद साहित्य

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प्रयोगवाद साहित्य

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प्रगतिवाद साहित्य

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नई कविता

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FAQs

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